मेरी आँखों को मिली सजा आज रात तेरी ख़ातिर, ख्वाबों में दीदार की तमन्ना में रोते रहे ते मेरी आँखों को मिली सजा आज रात तेरी ख़ातिर, ख्वाबों में दीदार की तमन्ना में रो...
मेरी आँखों को मिली सजा आज रात तेरी ख़ातिर, ख्वाबों में दीदार की तमन्ना लिए रोते रहे ते मेरी आँखों को मिली सजा आज रात तेरी ख़ातिर, ख्वाबों में दीदार की तमन्ना लिए रो...
आयेगा कैसे सत मानवता आज की आवश्यकता। आयेगा कैसे सत मानवता आज की आवश्यकता।
तुम उड़ाओ खूब कविता का मजाक तुम दिखाओ उसे ठेंगा कविता कभी लजायेगी नहीं। तुम उड़ाओ खूब कविता का मजाक तुम दिखाओ उसे ठेंगा कविता कभी लजायेगी नहीं।
पत्थर की इस दुनिया में, पत्थर की इस दुनिया में,
आज फिर उनसे मुलाकात हो गई भूली बिसरी बातों की बरसात हो गई, दौ आज फिर उनसे मुलाकात हो गई भूली बिसरी बातों की बरस...